- सूर्य - जातक उत्तम विद्या, यश, कुटुंबियों से सुख, धन, वैभव तथा मान वृद्धि पाता है।
- चंद्रमा - जातक कृषि से धन लाभ, राज सम्मान, बंधुजन तथा मित्रों का सुख पाता है।
- मंगल - जातक भू-संपदा, धन, धान्य, उच्च अधिकार तथा मान व प्रतिष्ठा पाता है।
- बुध - जातक धन, धान्य, वाणिज्य, भूमि, रत्नाभूषण तथा वस्त्रादि का सुख पाता है। उसे पत्नी, पुत्र और मित्रों का सुख तथा उत्तम भोजन कि प्राप्ति होती है।
- गुरु - जातक भूमि, वस्त्र, उत्तम भोजन, वहाँ तथा सत्तालाभ का श्रेष्ठ सुख पाता है।
- शुक्र - जातक को परोपकारी, गौरवशाली, सुख वैभव संपन्न तथा स्त्री, पुत्र मित्रों से सुखी बनाता है।
- शनि - जातक के बल, पौरुष व यश कि वृद्धि होती है। वह राज्याश्रय पाता है। कोई जातक भूमि, भवन तथा वस्त्राभूषण का सुख पाता है। वह अपने गुणों के कारण सम्मान पाता है।
- राहु - जातक स्त्री तथा वाहन का सुख प्राप्त करता है। कोई जातक ग्राम या नगर का अधिपत्य पाता है।
- केतु - जातक को धन व सुख देता है। उसका साहस, बल व आत्म विश्वास बढ़ता है। धर्म व अध्यात्म में उसकी सहज रूचि होती है।
Thursday, December 12, 2013
स्वगृही ग्रहों का फल
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