Saturday, March 10, 2012

खगोल शास्त्र में समय की परिभाषा

स्थानीय मध्यम समय

मध्य रात्रि के बाद बीता समय स्थानीय मध्य समय कहलाता है| सूर्य अस्त से अगले दिन के सूर्य उदय के मध्य समय को रात्रि मान कहते है| रात्रि मान के आधे समय को यदि सूर्यास्त में जोड़ा जाए तो मध्य रात्रि का समय ज्ञात हो जाता है| अतः स्थानीय मध्यम समय सूर्योदय पर आधारित है| जैसा की सभी को ज्ञात है की विभिन्न स्थानों पर सूर्य उदय का समय भिन्न होता है|

इस कारण एक देश में या एक क्षेत्र में एक मानक मध्याह्न रेखा को आधार मानकर वहाँ के समय को सारे देश का मानक समय मान लिया जाता है| भारत की मानक मध्याह्न रेखा ८२+३० पूर्व को मान लिया गया है | यह रेखा काशी के समीप से गुजरती है| भारतीय मानक रेखा और ग्रीनविच मध्यमान समय में साढ़े पांच घंटे का अंतर है|

प्रकाश वर्ष

प्रकाश की गति 3,00,000 किलोमीटर प्रति सेकण्ड है| इस गति से प्रकाश १ वर्ष में जो दूरी तय करता है उसे १ प्रकाश वर्ष कहते है|

1 Light Year = 9.46 x 1012 Km

सावन दिवस

एक मध्य रात्रि से दूसरी मध्य रात्रि के मध्य समय को सावन दिवस कहते है| एक सावन दिवस का मान लगभग 24 घंटे 3 मिनिट 56.5 सेकण्ड होता है|

सम्पात दिवस

एक नक्षत्र के उदय होने से लेकर पुनः उसके उदय होने में लगा समय एक सम्पात दिवस होता है|

चांद्र दिवस/ तिथि

एक तिथि से दूसरी तिथि तक का औसत समय एक चांद्र दिवस है| इसका औसत समय 23 घंटे 37 मिनट 28 सेकण्ड है |

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