Saturday, December 13, 2014

ज्योतिष शास्त्र के अचूक उपाय

संसार में  बहुत से लोग हैं जिन्हे अपने जन्म समय, जन्म तिथि और जन्म स्थान के बारे में न तो पता है न ही उन्होंने कभी अपनी जन्मपत्रिका ही बनवाई  है।  ऐसी स्थिति में ज्योतिष विद्या मानव जीवन की अनेक समस्याओं का हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।  इस के उपायों के द्वारा बेहद अचूक परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं।

धन प्राप्ति के उपाय
  • नमक को कभी भी खुले बर्तन में न रखे। 
  • प्रतिदिन पीपल की जड़ में जल डालें। 
  • अपने घर के प्रत्येक दरवाज़े के कब्ज़े में तेल लगाये ताकि उनमें से 'चू चू'  की आवाज़ ना आये। 
  • भोजन तैयार करते समय पहली रोटी गाय के लिए और आखिरी रोटी कुत्ते के लिए निकले। 
  • जब भी अपनी बहन या बुआ को घर पर आमंत्रित करें तो उसे खाली हाथ न भेजें । 
  • जब भी घर का फ़र्श साफ़ करें तो उसमे थोड़ा सा नमक मिला लें।

धन के ठहराव के लिए उपाय
  • नोटों की गिनती कभी भी उँगलियों पर थूक लगा कर न करें।
  • कभी भी सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू न लगाये। 
  • बुधवार के दिन किसी भी किन्नर को हैसियत दान दे कर उससे कुछ पैसे वापिस ले लें। 
  • बुधवार को किसी को भी पैसे उधार न दें।

शीघ्र विवाह हेतु उपाय 
  • हमेशा अपने से बड़े व्यक्तियों और बुज़ुर्गों का सम्मान करें। 
  • जब भी आप स्नान करें तो उसमें थोड़ा सा हल्दी पाउडर मिला लें। 
  • अगर हो  सके तो अपने घर पर एक खरगोश पाले और हर बुधवार को उसे हरी घास खाने को दें। 
  • नव-विवाहित व्यक्ति के पुराने वस्त्रों का उपयोग करें। 
  • देवगुरु बृहस्पति का  पूजन करें। 
  • जब कभी भी आप के माता-पिता आपके लिए वर देखने जाएं उस दिन लाल वस्त्र धारण करें और उनके वापिस लौटने तक अपने बाल खुले रखें। 
  • रात को सोने से पूर्व अपने सिर के पास आठ खजूर और प्रातःकाल उसे चलते पानी में बहा दें। 
  • शनिवार की रात्रि चौराहे पर नया बंद ताला चाभी के साथ रख आयें। 

सुखी विवाहित जीवन के लिए उपाय
  • अपने जीवन साथी को कम आय के लिए कभी भी ताने न मारें। 
  • प्रतिदिन प्रातः केले और पीपल के पेड़ का पूजन करें।
  • हमेशा अपना मासिक वेतन अपनी पत्नी को दें और उससे कह दें कि इसका उपयोग करने से पहले एक बार इसे तिजोरी में रख ले। 
  • अपनी पत्नी का सम्मान सदैव 'लक्ष्मी' की भाँति ही करें।
  • पति के भोजन करने के उपरान्त पत्नी को पति की जूठी  थाली में से कुछ भोजन ग्रहण करना चाहिए। 

बच्चों की शिक्षा सम्बन्धी कुछ उपाय 
  • बच्चों को ११ तुलसी-पत्र के रस में मिश्री मिलाकर दें इससे उनकी एकाग्रता में वृद्धि होगी। 
  • प्रतिदिन सूर्य भगवान को जल अर्पित करें। 
  • प्रतिदिन २१ बार गायत्री मंत्र का उच्चारण करें।
  • विद्यार्थी अपने अध्ययन कक्ष में विद्या की देवी माँ सरस्वती का चित्र लगायें। 
  • इमली की २२ पत्तियाँ लें उनमें से ११ पत्तियाँ सूर्य देवता को अर्पित कर दें और शेष अपनी पुस्तक में रख लें। 
  • रात्रि सोने से पूर्व ११ बार "ॐ ऐं  सरस्वत्यै नमः" मंत्र का उच्चारण करें। 
  • अपने अध्ययन कक्ष में हरे रंग के परदे लगायें।   

स्वयं में विश्वास उत्पन्न करने के लिए उपाय 
  • रविवार को लाल रंग के बैल को गुड़ खिलायें। 
  • अपने घर के मंदिर में लाल रंग के बैल का खिलौना रखें। 
  • प्रतिदिन अपने दांत फिटकरी पाउडर से साफ़ करें। 
  • शक्कर मिश्रित जल सूर्य भगवान को अर्पित करें। 

रोगों से छुटकारा पाने हेतु उपाय 
  • दवाइयाँ  शुरु करने से पहले उन्हें कुछ समय के लिए शिव मंदिर में रख दें। 
  • अपनी शयन करने की चारपाई के चारों पाँवों में चांदी की कील लगायें। 
  • जब भी जल पिएं उसमे थोड़ा सा गंगा जल दाल लें। 
  • प्रतिदिन प्रातः हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ करें। 
  • अपने बुरे कर्मों के  पिता परमेश्वर से क्षमा याचना करें। 

व्यवसाय में वृद्धि हेतु उपचार
  • एक लाल रंग के कपड़े में थोड़ा सा लाल चन्दन पाउडर बांधे और उसे अपनी तिजोरी में रखें। 
  • अपने व्यवसाय में अपनी पत्नी को हिस्सेदार बनाये। 
  • आप अपने पहले ग्राहक से जो भी धनराशि कमाते हैं उसमें से कुछ धनराशि किसी जरूरतमंद को अवश्य दान करें। 
  • प्रातः अपने घर से आप जब व्यवसाय वाले स्थान पर जाने के लिए निकले तो रास्ते में कही और न रुक कर सीधा अपने व्यवसाय वाले स्थान पर ही जाएं ।

नौकरी प्राप्त करने हेतु उपाय 
  • "ॐ  श्रीं  श्रीं  क्री ग्लो गं गणपतये वर वरदाय मम  नमः" इस मंत्र का प्रतिदिन १०८ बार जप करें।
  • रोजगार हेतु साक्षात्कार के लिए जाते समय एक चम्मच दही-शक्कर खा कर जाएँ। 
  • साक्षात्कार के लिए घर से निकलते समय पहले दाहिना पैर बाहर  निकालें और अपने परिवार के सदस्य से आपके ऊपर से साबुत मूंग घुमा कर बाहर फैंकने  के लिए कहें। 
  • जब भी साक्षात्कार के लिये जायें तो जो भी मंदिर पहले आप के रास्ते में आये वहां पर नारियल चढ़ाये। 
  • शीघ्र नौकरी प्राप्त करने के लिए शनि सम्बन्धी कुछ उपाय करें। 

कर्ज़ से छुटकारा पाने हेतु उपाय
  • अपने घर और व्यवसाय के स्थान का मध्य स्थान खाली और साफ़ रखें।
  • अपने घर में ख़राब हुई वस्तुएँ जैसे बिजली का ख़राब सामान, ख़राब घड़ियाँ और अन्य ख़राब सामान न रखें। 
  • अपने ऋण के बारें में बार-बार बात न करें। 
  • अपने घर के गंदे जल का निकास उत्तर पूर्व की ओर रखें। 
  • अपने कर्मचारियों का ध्यान रखे और सम्मान करें। 
  • रविवार को प्रातः नदी में नारियल विसर्जित करें।

Friday, December 12, 2014

स्वप्न देखने के शुभाशुभ फल विचार (अ और आ) - Dreams Interpretation

ईश्वर ने सम्पूर्ण सृष्टि  केवल मनुष्य को ही प्रदान किये हैं। मनुष्य के वास्तविक जीवन में जो अभिलाषाएं पूर्ण नहीं हो पाती, वह एक स्वप्न के द्वारा पूर्ण हो जाती हैं। सूर्योदय के कुछ पूर्व अथवा ब्रह्म मुहूर्त्त में देखे गये स्वप्न क फल दस दिनों में, रात्रि के प्रथम प्रहर में देखे गए स्वप्न का फल एक वर्ष के पश्चात, रात्रि के दसरे प्रहर में देखे गए का फल छः मास में, तृतीय प्रहर में देखे गए स्वप्न का फल तीन के बाद, रात्रि के अन्तिम प्रहर में देखे गए स्वप्न का फल एक मास में प्रकट होता है, जबकि दिन में देखे गए  स्वप्न विश्वसनीय नहीं होते हैं। जो स्वप्न रोग अथवा परेशानी की हालत में आते हैं, उन पर विश्वास नही करना चाहिए। स्वस्थ मन और शरीर की सामान्य स्थिति में देखे गए स्वप्नों के फल पर ही विचार करने चाहिए। अशुभ स्वप्न के कुप्रभाव के निवारण हेतु गायत्री मन्त्र का जाप, गुरुमंत्र का जाप, स्नानदानादि, अनुष्ठानादि शुभ कर्मों का सम्पादन करना चाहिए। 

 
  1. अंक देखना (सम) - अशुभ 
  2. अंक देखना (विषम) - शुभ 
  3. अख़बार पढना या खरीदना - वाद विवाद 
  4. अगरबत्ती देखना - धार्मिक अनुष्ठान हो 
  5. अगरबत्ती जलती देखना - दुर्घटना हो 
  6. अगरबत्ती अर्पित करना - शुभ हो 
  7. अंगीठी जलती देखना - अशुभ 
  8. अंगीठी बुझी देखना - शुभ 
  9. अग्नि देखना - पित्त सम्बन्धी रोग, ग़लत तरीके से धन की प्राप्ति होना 
  10. अग्नि उठाना - परेशानी हो
  11. अग्नि से वस्त्र जलना - अनेक दुःख मिले, आँखों का रोग  
  12. अग्नि जलाकर भोजन बनाना - धन लाभ, नौकरी में तरक्की 
  13. अस्त्र देखना - दुःख निवारण
  14. अस्त्र से स्वयं को कटे हूए देखना - शीघ्र कष्ट मिले 
  15. अपने दांत गिरते देखना - बंधु-बांधव का कष्ट हो 
  16. अंगूठी पहनना - सूंदर स्त्री प्राप्त करना  
  17. आम खाना - धन प्राप्त होना 
  18. अनाज देखना - चिंता मिले
  19. अंगूर खाना - स्वास्थय लाभ 
  20. अनार देखना - धन प्राप्ति के योग 
  21. अनार खाना (मीठा) - धन मिले 
  22. अनार के पत्ते खाना - शीघ्र विवाह हो 
  23. अनार का रस पीना - प्रचुर धन प्राप्त होना 
  24. अदरक खाना - मान सम्मान बढे 
  25. अमरुद खाना - धन मिले 
  26. अनानास खाना - पहले परेशानी फिर राहत मिले 
  27. अमलतास के फूल देखना - पीलिया या कोड़  का रोग होना 
  28. अरहर देखना - शुभ 
  29. अरहर खान - पेट में दर्द 
  30. अरबी देखना - सर दर्द या पेट दर्द
  31. अचार खाना, बनाना - सिर दर्द, पेट दर्द 
  32. अस्थि देखना - संकट टलना 
  33. अंजन देखना - नेत्र रोग 
  34. अन्तेष्टि देखना - परिवार में मांगलिक कार्य 
  35. अंगुली काटना - परिवार में कलेश 
  36. अंगूठा चूसना - पारिवारिक सम्पत्ति में विवाद  
  37. अंग दान करना - उज्जवल भविष्य, पुरस्कार 
  38. अंग कटे देखना - स्वास्थय लाभ 
  39. अंगरक्षक देखना - चोट लगने का खतरा
  40. अंगारों पर चलना - शारीरिक कष्ट  
  41. अपमान देखना - चिंताएं दूर होना 
  42. अतिथि देखना - आकस्मिक विपत्ति 
  43. अजग़र देखना - शुभ 
  44. अजनबी मिलना - अनिष्ट की पूर्व सूचना 
  45. अजवाइन खाना - स्वास्थय लाभ 
  46. अपनी शादी देखना - संकट आवे 
  47. अँधा देखना - कार्य में रूकावट आये 
  48. अँधेरा देखना - दुःख मिले 
  49. अपहरण देखना - दीर्घ आयु होना 
  50. अप्सरा देखनी - धन और मान सम्मान की प्राप्ति 
  51. अस्त्र देखना - संकट से रक्षा 
  52. अखरोट देखना - धन की वृद्धि होना व भरपेट भोजन मिलना 
  53. अंग गिरना - शुभ समाचार 
  54. अध्यापक देखना/देखनी - सफलता मिले 
  55. अर्थी देखना - धन लाभ हो 
  56. अमावस्या देखना - दुःख संकट से छुटकारा 
  57. अलमारी बंद  देखनी - धन की प्राप्ति हो 
  58. अलमारी खुली देखनी - धन की हानि हो 
  59. अभिमान करना - अपमानित होना 
  60. अपठनीय अक्षर पढ़ना - दुःखद समाचार मिले 
  61. अट्ठहास करना - दुःखद समाचार मिले
  62. अर्धचन्द्र देखना - औरतों से सहयोग मिले 
  63. अध्ययन करना - असफलता मिले  
  64. अध्यक्ष बनना - मान हानि 
  65. आभूषण देखना - कोई कार्य पूर्ण होना 
  66. अर्थी देखना - बीमारी से छुटकारा 
  67. आकाश देखना - पुत्र प्राप्ति 
  68. आँखों में काजल लगाना - शारीरिक पीड़ा होना 
  69. आसमान में बिजली देखना - कार्य व्यवसाय में स्थिरता 
  70. अपने आप को मार खाते देखना -  फेल हो जाना
  71. अपने आप को मरते हुए देखना - सभी चिंताओं से मुक्ति
  72. अपने को मृत देखना - आयु वृद्धि  
  73. अपने आप को अकेले देखना - लम्बी यात्रा 
  74. अपने पर दूसरों का हमला देखना - लम्बी उम्र हो
  75. अपना विवाह होते देखना - परेशानी आना 
  76. अपने आप को दूध पीते देखना - इज़्ज़त मिलना 
  77. अपने आप को पानी पीते देखना - भाग्य उदय 
आ  
  1. आईना देखना - इच्छा पूर्ण हो, अच्छा दोस्त मिले 
  2. आईने में अपना चेहरा देखना - नौकरी में परेशानी, पत्नी से परेशानी 
  3. आक देखना - शारीरिक कष्ट 
  4. आकाश देखना - तरक्की होना 
  5. आकाश में स्वयं को देखना - अच्छी यात्रा का संकेत 
  6. आकाश से गिरना - मान हानि, चिंता, व्यापार में हानि 
  7. आकाश में उड़ते देखना (अपने आप को) - सफलता प्राप्त हो 
  8. आम का वृक्ष देखना - संतान प्राप्ति 
  9. आम खाते देखना - धन और सन्तान का सुख 
  10. ऑपरेशन देखना - रोग के चिन्ह 
  11. आलिंगन (स्त्री से) - धन लाभ, काम सुख की प्राप्ति 
  12. आलिंगन ( पुरुष से) - पति से बेवफ़ाई की सूचना 
  13. आलिंगन ( पुरुष का पुरुष से) - शत्रुता बढ़ना 
  14. आलिंगन ( स्त्री का स्त्री से) - धन प्राप्ति का संकेत 
  15. आज़ाद होते देखना - अनेक चिंताओं से मुक्ति 
  16. आलू देखना - मुसीबत आना, भरपेट भोजन मिले  
  17. आरा चलते हुए देखना - संकट शीघ्र समाप्त होवे 
  18. आरा रुके हुए देखना - नया संकट आने का संकेत 
  19. आवेदन करना या लिखना - लम्बी यात्रा हो 
  20. आँवला देखना - उदर रोग, मनोकामना पूर्ण न होना 
  21. आँवला खाते देखना - मनोकामना पूर्ण होना 
  22. आँचल देखना - प्रतियोगिता में विजय 
  23. आँचल से आंसू पोछना - अच्छा समय आने वाला है 
  24. आँचल में मुँह छुपाना - मान सम्मान की प्राप्ति 
  25. आवारा भटकना - नौकरी मिलना, धन लाभ हो  
  26. आवाज़ सुनना - अच्छा समय आने वाला है 
  27. आड़ू देखना - प्रसन्नता प्राप्त हो 
  28. आत्महत्या देखना (करना) - दीर्घ आयु 
  29. आंधी देखना - संकट से छुटकारा 
  30. आंधी में गिरना - सफलता मिलेगी 
  31. आंसू देखना - परिवार में मंगल कार्य हो 
  32. आश्रम देखना - व्यापार में घाटा 
  33. आटा देखना - कार्य पूर्ण हो 
  34. आइसक्रीम खाना - सुख शान्ति मिले 

स्वप्न देखने के शुभाशुभ फल विचार ( इ, ई, उ, ऊ, औ और ऐ ) - Dreams Interpretation

इ  
  1. इमली का पेड़  देखना - स्वास्थय में गिरावट  
  2. इमली खाते देखना  - स्त्री के लिये शुभ (पुत्र प्राप्ति) पर पुरुष के लिये अशुभ  
  3. इंद्रिय देखना - संतान प्राप्ति 
  4. इन्द्रधनुष देखना - संकट बढ़े, धन हानि हो 
  5. इमारत देखना - मान सम्मान बढ़े, धन लाभ हो
  6. इमारत बनाना - धन लाभ हो, तरक्की  
  7. इश्तहार पढ़ना - धोखा मिले चोरी हो  
  8. इडली सांभर खाते देखना - सभी से सहयोग मिले 
  9. इत्र लगाना - अच्छे फल की प्राप्ति, मान सम्मान बढ़ेगा 
  10. इष्टदेव की मूर्ति चोरी होना - मृत्युतुल्य कष्ट आये 
  11. इक्का देखना-हुकुम का  - दुःख व निराशा मिले 
  12. इक्का देखना- ईंट का  - कष्टकारक स्थिति 
  13. इक्का देखना- पान का - पारिवारिक क्लेश 
  14. इक्का देखना- चिड़ी का - गृह क्लेश, अतिथि आने की सूचना
ई   
  1. ईंजन देखना - योजनाएं असफ़ल 
  2. ईंजन चलते देखना - यात्रा हो, शत्रु से सावधान  
  3. ईंट  देखना - कष्ट मिलेगा  
उ   
  1. उल्लू देखना - रोग, शोक हो (दुःखों का संकेत)
  2. उलटा लटकना  - अपमान मिले   
  3. उपवन देखना - बीमारी की पूर्व सूचना 
  4. उस्तरा देखना - धन हानि, चोरी का भय 
  5. उस्तरा प्रयोग करना - यात्रा में धन लाभ हो 
  6. उधार लेते या देते देखना - धन लाभ का संकेत 
  7. उल्टे कपड़े  पहनना - अपमान हो   
  8. उजाला देखना - भविष्य में सफलता क संकेत  
  9. उजले कपड़े देखना - मान-सम्मान में वृद्धि, विवाह हो  
  10. उबासी लेना - दुःख मिले  
  11. उदास देखना - शुभ समाचार मिले 
  12. उड़ते देखना (स्वयं को)  - लम्बी यात्रा हो, गंभीर दुर्घटना की पूर्व सूचना 
  13. उजाड़ देखना  - दूर स्थान की यात्रा हो 
  14. उदघाट्न देखना - अशुभ संकेत 
  15. उठना और गिरना - संघर्ष बढ़ेगा 
  16. उलझे बाल या धागे देखना-परेशानियाँ बढ़ेगी 
  17. उछलते देखना - दुःखद समाचार मिलने का संकेत 
  18. उड़ता हुआ पक्षी देखना - इज़्ज़त होना 
  19. उत्सव मनाते हुए देखना - शोक होना 
ऊ    
  1. ऊन देखना - धन लाभ हो 
  2. ऊंघना - धन हानि, चोरी का भय 
  3. ऊँट देखना - अंग घात, राज्य से भय होना  
  4. ऊँट की सवारी - रोगग्रस्त होना 
  5. ऊँचाई पर चढ़ना - तरक्की व मान 
  6. ऊँचाई  पर अपने को देखना - अपमानित होना 
  7. ऊँचाई  से गिरना - घर में किसी परेशानी का आना 
  8. ऊँचे वृक्ष देखना - मनोकामना पूरी होने में समय लगना  
  9. ऊँचे पहाड़ देखना - काफ़ी मेहनत के बाद कार्य सिद्ध हो 
औ     
  1. अौषधि देखना - ग़लत संगत में पड़ना 
ऐ     
  1. ऐनक लगते देखना - विद्या मिले, ख़ुशी/मान-सम्मान मिले